उत्तर प्रदेश बोर्ड हिंदी माध्यम का पाठ्यक्रम (कक्षा 1 से 12)

कक्षा 1-5:

  • भाषा और साहित्य: इस स्तर पर विद्यार्थियों को हिंदी भाषा की नींव सिखाई जाती है। सरल शब्दों, वाक्यों, और छोटे-छोटे पाठों के माध्यम से भाषा कौशल को विकसित किया जाता है।
  • गणित: बुनियादी गणना, जोड़, घटाना, गुणा, भाग, और साधारण अंकगणितीय ऑपरेशन्स को सिखाया जाता है।
  • विज्ञान: बच्चों को उनकी दैनिक जिंदगी से जुड़ी प्राकृतिक घटनाओं, जीवों, पौधों और उनके पर्यावरण के बारे में जानकारी दी जाती है।
  • सामाजिक विज्ञान: समाज, संस्कृति, इतिहास, और भूगोल के प्रारंभिक पहलुओं की जानकारी दी जाती है।

कक्षा 6-8:

  • भाषा और साहित्य: इस स्तर पर विद्यार्थियों को कविता, गद्य, और संवाद लेखन के माध्यम से हिंदी साहित्य की विभिन्न शैलियों का परिचय कराया जाता है।
  • गणित: अंकगणित, रेखागणित, त्रिकोणमिति, प्रतिशत, औसत, इत्यादि के पाठ्यक्रम में विस्तार होता है।
  • विज्ञान: भौतिक विज्ञान, रासायन विज्ञान, जीवविज्ञान, और पर्यावरण अध्ययन की जानकारी दी जाती है।
  • सामाजिक विज्ञान: भारतीय इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र, और राजनीति शास्त्र की गहरी समझ प्रदान की जाती है।

कक्षा 9-10:

  • हिंदी: काव्य, गद्य, कहानी, और निबंध लेखन पर विशेष ध्यान दिया जाता है। बच्चों को भाषाशास्त्र, व्याकरण, और साहित्यिक विधाओं की समझ विकसित होती है।
  • गणित: उच्च स्तर के गणितीय समस्याओं को हल करने की क्षमता विकसित की जाती है।
  • विज्ञान: विज्ञान के तीन मुख्य क्षेत्रों – भौतिकी, रसायन, और जीवविज्ञान – की गहरी जानकारी दी जाती है।
  • सामाजिक विज्ञान: भारतीय इतिहास, नागरिक शास्त्र, और समाजशास्त्र के बारे में विस्तृत अध्ययन कराया जाता है।

कक्षा 11-12:

  • हिंदी: साहित्यिक काव्य, गद्य, उपन्यास, नाटक, और समकालीन लेखन पर विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण दिया जाता है। साहित्यिक आलोचना, काव्यशास्त्र, और लेखन की शैली पर काम किया जाता है।
  • गणित: गणित के सिद्धांत, सूत्र, और समस्याओं को गहरे से समझने के लिए पाठ्यक्रम में विस्तृत सामग्री होती है।
  • विज्ञान: प्रत्येक विषय (भौतिकी, रसायन, जीवविज्ञान) की बारीकी से समझ और प्रयोगों के माध्यम से ज्ञान प्राप्त कराया जाता है।
  • सामाजिक विज्ञान: इतिहास, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, और भूगोल के क्षेत्र में अधिक विस्तार से अध्ययन होता है।